Fellowship and internship के बारे में सभी छात्रों को जरूर मालूम होना चाहिए। Fellowship प्रोग्राम आज के स्टूडेंट को अनुभव के साथ - साथ पैसा भी देता है।
अगर आप एक स्टूडेंट हैं तो आपको Fellowship and Internship जैसे शब्द बार - बार सुनने को मिलते होंगे। लेकिन बहुत से स्टूडेंट व लोग ऐसे भी हैं जो इनके बारे में नहीं जानते हैं कि internship and fellowship क्या है। अगर आप अभी स्टडी कर रहे हैं तो फेलोशिप या इंटर्नशिप करके अपने करियर को मजबूत और अच्छा बना सकते हैं। इनके द्वारा आप अपने काम की प्रेक्टिस करके काम की बारिकियों को सीख सकते हैं। अब बात ये आती है कि इन दोनों में क्या अंतर है। इनके फर्क के बारे में आपको शायद थोड़ी सी जानकारी हो, लेकिन आज आप यहां इन दोनों के फर्क को सही से और पूरी तरह से जान पाओगे।
Fellowship and Internship में क्या अंतर है
1 - फेलोशिप में अकादमिक शोध या पेशेवर विकास के कार्यों को करने पर जोर दिया जाता है। जबकि इंटर्नशिप में अनुभव प्राप्त करने के लिए पेशेवर कार्यों को किया जाता है।
2 - फेलोशिप में छात्र को स्टडी की गई डिग्री में शैक्षणिक अनुभव मिलता है। जबकि इंटर्नशिप में student को काम गहराई व बारीकी से सीखने का मौका मिलता है।
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3 - फेलोशिप ग्रेजुएट, मास्टर डिग्री या डॉक्टरेट डिग्री के स्टूडेंट के लिए होती है। जबकि इंटर्नशिप हाईस्कूल, इंटरमीडिएट या स्नातक किये हुए छात्रों के लिए होती है।
4 - फेलोशिप में निश्चित अवधि में कार्य को करने के लिए स्कॉलरशिप के रूप में एक निश्चित धनराशि प्रदान की जाती है। जबकि इंटर्नशिप में वेतन नहीं मिलता है सिर्फ सर्टिफिकेट मिलता है। आज कुछ कम्पनियां प्रति घंटे के हिसाब से वेतन भी देने लगी हैं।
5 - फेलोशिप की कार्य समयावधि लम्बी होती है। यह अवधि कुछ महीनों से लेकर साल भर तक हो सकती है। जबकि इंटर्नशिप की अवधि छोटी तथा एक से तीन महीने तक ही होती है।
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इन पांच अंतरों से आप इंटर्नशिप और फेलोशिप को अच्छे से समझ सकते हो। इन दोनों के बारे में हमारे अनुभव से एक बात और जान लीजिये कि फेलोशिप अकादमिक पढ़ाई, शिक्षण कार्य और शोध जैसे कार्यों में लागू होती है। जबकि इंटर्नशिप टेक्निकल डिप्लोमा या डिग्री या फिर बीटेक स्टूडेंट ज्यादा करते हैं। इन छात्रों को internship के द्वारा ही अपने काम की प्रेक्टिकल नॉलेज मिल पाती है। इतने फर्क जानने के बाद आप इन दोनों को अब अच्छी तरह समझ गये होंगे। अब आप अपनी एजुकेशन के अनुसार fellowship and internship में से किसी एक को जरूर करें, क्योंकि ऐसा करने से आपको जल्दी और अच्छी नौकरी मिल सकती है।
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